स्वर्गीय जय श्री अग्निहोत्री की पुण्यतिथि पर आंगनबाड़ी केंद्रों में लक्ष्मी तरु के 51 पौधे रोपे जाएंगे

रिपोर्टर सुनील राठौर भौरा
भौरा। स्वर्गीय जय श्री अग्निहोत्री की 27वीं पुण्यतिथि के अवसर पर अग्निहोत्री परिवार द्वारा गुरुवार को शाहपुर ब्लॉक के विभिन्न आंगनबाड़ी केंद्रों में लक्ष्मी तरु के 51 पौधे रोपे जाएंगे। इस पहल का उद्देश्य पर्यावरण संरक्षण के साथ ही कैंसर जैसी गंभीर बीमारी की रोकथाम में सहायक इस औषधीय पौधे के महत्व को बढ़ावा देना है।
अग्निहोत्री परिवार के कैलाश प्रसाद अग्निहोत्री ने बताया कि स्वर्गीय जय श्री अग्निहोत्री की 27वीं पुण्यतिथि के अवसर पर प्रत्येक आंगनबाड़ी केंद्र में लक्ष्मी तरु का पौधा लगाया जाएगा। इसके लिए बुधवार को ही सभी आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं को पौधे वितरित कर दिए गए, ताकि वे अपने-अपने केंद्रों में नियत स्थान पर इसका रोपण कर सकें। उन्होंने कहा लक्ष्मी तरु एक अत्यंत उपयोगी औषधीय वृक्ष है, जिसका उपयोग कैंसर सहित कई अन्य बीमारियों के उपचार में किया जाता है। इसके पत्तों में औषधीय गुण होते हैं, जो शरीर की प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने में सहायक होते हैं। हमारे परिवार की कोशिश है कि अधिक से अधिक लोग इस वृक्ष के महत्व को समझें और इसे लगाकर पर्यावरण व स्वास्थ्य दोनों का संरक्षण करें।
लक्ष्मी तरु: एक चमत्कारी औषधीय वृक्ष
लक्ष्मी तरु को संजीवनी वृक्ष भी कहा जाता है। आयुर्वेद में इसे कैंसर सहित कई गंभीर रोगों के उपचार में उपयोगी माना गया है। इस वृक्ष के पत्तों और छाल से तैयार अर्क का उपयोग कैंसर, मधुमेह, उच्च रक्तचाप और अन्य कई बीमारियों में लाभकारी माना जाता है। यह पौधा वायुमंडल से जहरीली गैसों को अवशोषित कर पर्यावरण को शुद्ध करने में भी सहायक होता है।
अग्निहोत्री परिवार की इस पहल को स्थानीय लोगों द्वारा सराहा जा रहा है। आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं का कहना है कि इस तरह के औषधीय वृक्षों का रोपण समाज के लिए लाभकारी है और इसे अन्य क्षेत्रों में भी बढ़ावा दिया जाना चाहिए।