मंडी में धान खरीदी न होने पर किसानों का हंगामा, आधे घंटे तक प्रदर्शन
प्रशासन की त्वरित कार्रवाई
मंडी में धान खरीदी न होने पर किसानों का हंगामा, आधे घंटे तक प्रदर्शन
गाडरवारा, 18 नवंबर 2024: मंडी में धान की खरीदी न होने से नाराज किसानों ने सोमवार सुबह हंगामा किया और मंडी के सामने मुख्य सड़क पर चक्का जाम कर नारेबाजी शुरू कर दी। लगभग आधे घंटे तक चले इस विरोध प्रदर्शन ने प्रशासन को हरकत में ला दिया।
क्या है मामला?
किसान अपनी धान बेचने के लिए मंडी पहुंचे, लेकिन अनाज व्यापारियों ने धान खरीदी से इंकार कर दिया। व्यापारियों ने बताया कि मंडी सचिव द्वारा उनकी आईडी बंद कर दी गई है, जिससे वे धान की खरीदी नहीं कर पा रहे हैं। सचिव से संपर्क करने पर कोई उत्तर नहीं मिला, जिससे किसानों का आक्रोश बढ़ गया।
प्रशासन की त्वरित कार्रवाई
किसानों के हंगामे की सूचना पर एसडीएम कलावती ब्यारे, तहसीलदार प्रियंका नेताम, और टीआई प्रियंका केवट मौके पर पहुंचीं। अधिकारियों ने किसानों से बातचीत कर उन्हें शांत करने की कोशिश की।
एसडीएम कलावती ब्यारे ने मंडी सचिव के खिलाफ अनुशासनात्मक कार्रवाई का आश्वासन दिया।
बंद आईडी को तुरंत प्रारंभ कर व्यापारियों द्वारा धान की खरीदी शुरू करवाई गई।
अधिकारियों ने मौके पर खड़े रहकर धान के सौदे शुरू करवाए, जिससे किसानों को राहत मिली।
किसानों की समस्या और मांग
किसानों ने प्रशासन से मांग की कि:
1. मंडी सचिव की लापरवाही के कारण बार-बार हो रही समस्याओं का स्थायी समाधान किया जाए।
2. व्यापारियों की आईडी बंद करने की प्रक्रिया को पारदर्शी बनाया जाए।
3. खरीदी प्रक्रिया में बाधा डालने वाले अधिकारियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाए।
प्रदर्शन का असर
किसानों के प्रदर्शन के कारण मंडी के आसपास का यातायात बाधित हो गया। हालांकि, प्रशासन की त्वरित कार्रवाई और किसानों को आश्वासन देने के बाद स्थिति सामान्य हुई।
निष्कर्ष
मंडी में धान की खरीदी से संबंधित समस्याएं किसानों के लिए गंभीर चिंता का विषय बनी हुई हैं। प्रशासन की त्वरित कार्रवाई से फिलहाल स्थिति नियंत्रित कर ली गई, लेकिन ऐसी घटनाओं को दोबारा न होने देने के लिए ठोस कदम उठाना जरूरी है। मंडी सचिव के खिलाफ अनुशासनात्मक कार्रवाई और खरीदी प्रक्रिया में सुधार किसानों का विश्वास बनाए रखने के लिए आवश्यक है।